इतना सुन्दर वचन...ओर यहाँ इस कूडा-करकट में:)
यही तो सूकरी वृत्ति है ! इसे तुलसी ने लिखा है ,कदापि नहीं ! यह कूड़ा करकट की संज्ञा को ही ऊर्जित करती लग रही है !
नाम हरि का जप ले बंदे, यह जीवन है थोड़ा । दौड़ा जाय रे समय का घोड़ा ववाह...आपने तो कूडा-करकट में भी हरि का नाम जपवा दिया ....!!अब तो आप कूडा-करकट से अमृत वाणी कर लें .....!!
इतना सुन्दर वचन...ओर यहाँ इस कूडा-करकट में:)
जवाब देंहटाएंयही तो सूकरी वृत्ति है ! इसे तुलसी ने लिखा है ,कदापि नहीं ! यह कूड़ा करकट की संज्ञा को ही ऊर्जित करती लग रही है !
जवाब देंहटाएंनाम हरि का जप ले बंदे,
जवाब देंहटाएंयह जीवन है थोड़ा ।
दौड़ा जाय रे समय का घोड़ा
ववाह...आपने तो कूडा-करकट में भी हरि का नाम जपवा दिया ....!!
अब तो आप कूडा-करकट से अमृत वाणी कर लें .....!!