बुधवार, 23 सितंबर 2009

नाम हरि का जप ले

नाम हरि का जप ले बंदे,
यह जीवन है थोड़ा ।
दौड़ा जाय रे समय का घोड़ा ॥

- गोस्वामी तुलसीदास

3 टिप्‍पणियां:

  1. इतना सुन्दर वचन...ओर यहाँ इस कूडा-करकट में:)

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  2. यही तो सूकरी वृत्ति है ! इसे तुलसी ने लिखा है ,कदापि नहीं ! यह कूड़ा करकट की संज्ञा को ही ऊर्जित करती लग रही है !

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  3. नाम हरि का जप ले बंदे,
    यह जीवन है थोड़ा ।
    दौड़ा जाय रे समय का घोड़ा

    ववाह...आपने तो कूडा-करकट में भी हरि का नाम जपवा दिया ....!!

    अब तो आप कूडा-करकट से अमृत वाणी कर लें .....!!

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