नाम हरि का जप ले बंदे,
यह जीवन है थोड़ा ।
दौड़ा जाय रे समय का घोड़ा ॥
- गोस्वामी तुलसीदास
बुधवार, 23 सितंबर 2009
मंगलवार, 22 सितंबर 2009
लो मैं आ गया
हिन्दी ब्लॉगिंग में मैं भी अपना कूड़ा-करकट लेकर आ गया हूँ । यहाँ पहले से मौजूद महानुभावों से सहयोग की अपेक्षा है ।
मेरा ब्लॉग किसी एक विषय के पीछे नहीं चलेगा । जो मन में विचार उठेंगे, हम उन्हें यहाँ लाकर पटक देंगे । आगे जो होगा देखा जाएगा ।
मेरी अगली पोस्ट जल्द प्रकाशित होगी, ऐसी आशा है ।
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